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मानव

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मानव

संपूर्ण सृष्टि में उपस्थित एक ऐसा जीव है जो इस पृथ्वी पर उपस्थित समस्त जीवो में सर्वश्रेष्ठ है जो अन्य जीवो की तुलना में बेहतर है। मानव ज्ञान और विज्ञान का सामूहिक परिणाम है वह कार्यकुशलता में अद्भुत है मानव अपने ज्ञान के द्वारा इस संपूर्ण ब्रह्मांड को जान लेना चाहता है कि कैसे इस सृष्टि का निर्माण हुआ। यह नित नए-नए अविष्कारों की खोज में लगा रहता है यह ईश्वर की अद्भुत कृति है।

मानव देखने में तो सामान्य नजर आता हैं, लेकिन अगर इसके उपयोग और कार्य को देखा जाए तो हर कोई हैरान रह जाएगा। वैज्ञानिक आज भी मानव शरीर को लेकर हैरान हैं, कि आखिर ऐसे कैसे इतना सब मानव शरीर में हैं। मानव शरीर की संरचना ईश्वर ने की है, यह माना जाता है मानव शरीर निश्चित की कल्पनीय है। इसके बारे में जो भी यह सच सामने आए है वह सच है। शरीर के इन अंगों का मुकाबला या विकल्प भी बना पाना मुश्किल है।

मानव शरीर के मूल भाग सिर, गर्दन, धड़, हाथ और पैर हैं।मानव शरीर जो बनाता है सब कुछ ठीक है वयस्क शरीर: 100 खरब कोशिकाओं, 206 हड्डियों, 600 मांसपेशियों, और 22 आंतरिक अंगों से बना है। … मानव शरीर में करीब 1 अरब कोशिकाओं को प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए। औसत मानव सिर में लगभग 100,000 बाल हैं धमनियों, शिराओं, और केशिकाओं के संचयन प्रणाली लगभग 60,000 मील लंबा है।

शरीर का निर्माण निम्नलिखित तंत्रों द्वारा होता है : (1) अस्थि तंत्र, (2) संधि तंत्र, (3) पेशी तंत्र, (4) रुधिर परिवहन तंत्र, (5) आशय तंत्र : (क) श्वसन तंत्र, (ख) पाचन तंत्र, (ग) मूल एवं जनन तंत्र, (6) तंत्रिका तंत्र तथा (7) ज्ञानेंद्रिय तंत्र।

रासायनिक स्तर पर मानव शरीर विभिन्न जैव-रसायनों का संगठनात्मक तथा क्रियात्मक रूप होता है जिसमें विभिन्न तत्वों के परमाणु यौगिकों के रूप में संगठित होकर जैविक क्रियाओं को संचालित करते हैं। इन तत्त्वों में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस एवं सल्फर मुख्य होते हैं।

संज्ञा

मनुष्य, इन्सान

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

मानव ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मनु से उप्तन्न, मनुष्य । आदमी । मनुज ।

२. बालक । बच्चा (को॰) ।

३. एक प्रकार के छंद का नाम । १४ मात्राओं के छंदों की संज्ञा । इनके ६१० भेद हैँ ।

४. मनुकथित एक उपपुराण [को॰] ।

५. मनुष्य की माप (लंबाई) ।

मानव ^२ वि॰ [वि॰ स्त्री॰ मानवी]

१. मनु का । मनु से संबद्ध ।

२. मनुष्योचित्त । मानवोचित ।